वाह! क्या शानदार और क्या यादगार पल थे वो। सभी सदस्य उत्तेजना के शिखर पर थे तो सभी आमंत्रित मेहमान मेहमाननवाजी से खुश थे। भगवान् ने मौसम को सुहावना बना कर सारे कार्यक्रम में एक नया उत्साह भर दिया। भारत विकास परिषद् घरौंडा के बहुप्रतीक्षित दायित्वग्रहण समारोह के लिए इससे बेहतर आयोजन क्या हो सकता था।
एक बेहतरीन कार्यक्रम के सभी पहलू यहाँ पर थे- शानदार मंच, उत्साही कार्यकर्ता, बड़ी संख्या में आए मेहमान और एक सफल आयोजन। शाम 8:३० बजे से 11:०० बजे तक चले कार्यक्रम में किसी ने एक पल को भी आँखें नहीं झपकाई। आख़िर सभी लोग उस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनना चाहते थे जब जिम्मेदारियों की मशाल एक सशक्त हाथ से एक उत्साही हाथ में जा रही थी.
मुख्य अतिथि लाला सोहन लाल जी ने जैसे ही दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की आधिकारिक प्रारम्भ की घोषणा की, वैसे ही एक नए आयाम के लिए शाखा के कदम बढ़ गए। इस कार्य में उनका साथ दिया कार्यक्रम अध्यक्ष श्री के एल चावला, श्री अमरीक सिंह और श्री मोहन ग्रोवर जी ने.
कार्यक्रम का सञ्चालन श्री मुकेश अग्रवाल ने सभी उपस्थित विशिष्ट मेहमानों का परिचय दे कर किया। साथ ही साथ उनहोंने सबको परिषद् की विचारधारा और शाखा के इतिहास एवं उपलब्धियों से भी परिचित करवाया। सभी की लिए यह एक वैचारिक समन्वय स्थापित करने का अवसर था.
निवर्तमान अध्यक्ष श्री राजेश गर्ग ने उसके बाद पिछले वर्ष करवाए गए सभी कार्यों का लेखा जोखा प्रस्तुत किया गया और उपलब्धियों का वर्णन किया गया।
इस दौरान स्टेज पर बैठे सभी सदस्यों के चेहरे पर गर्व और संतुष्टि के भाव स्पष्ट परिलक्षित हो रहे थे.
और फिर आया वोह ऐतिहासिक क्षण जिसका सभी को इंतज़ार था। नयी टीम ने तब पद्द की गरिमा और आस्था की शपथ ली और इस तरह एक नयी चुनौती को सामाजित स्तर पर स्वीकार किया।
हॉल में उपस्थित सभी लोगों ने खड़े हो कर उनका साथ दिया, जैसे कह रहे हों, "बढ़ते रहो, हम सदा तुम्हारे साथ खड़े हैं।" निश्चित रूम से यह पल सब के लिए एक गर्व का पल रहा होगा परन्तु यह पल था जिम्मेदारियों को सारे समाज के समक्ष स्वीकार करने का। एक साहस दिखने का और उस साहस पर चल कर दिखने का।
नयी टीम ने उसके बाद स्टेज पर अपना स्थान ग्रहण किया। आशा, उमंग और रोमांच की लहरें उस समय सभी के दिल और दिमाग पर उछालें ले रही थी।
निश्चित रूप से पदग्रहण करना और उसे निभाना दो अलग अलग बातें हैं और यह फर्क उस समय नवनिर्वाचित पदाधिकारी महसूस कर रहे होंगे।
फिर वो भावुक क्षण जब सभी पूर्व अध्यक्ष निवर्तमान अद्यक्ष को फूलों के हार में ले कर गए और इस तरह दिखाया की कैसे इस माला में एक मोटी और जुड़ गया है। सभी उपस्थित व्यक्तियों ने उस पल का आनंद लिए और भावुकता और प्यार एक मिश्रण सभी को सराबोर कर गया।
नवानिर्वाचित अध्यक्ष श्री नरेन्द्र चावला ने उसके बाद परिषद् के लिए अपने विचार, आने वाले एक वर्ष के लिए उनकी योजनायें सभी के साथ सांझी की। मुख्य रूप से उनहोंने परिषद् का ख़ुद का एक भवन, शहर के लिए एक शव-वाहन, तथा फ़िज़िओथेरपि केन्द्र के लिए एक लेजर मशीन के लिए कार्य करने की प्रतिबद्धता ज़ाहिर की। क्या आश्चर्य की सभी भारत विकास परिषद् की सामजिक
भागीदारी को न केवल महसूस कर रहे थे अपितु अपना पूरा साथ देने का संकल्प भी ले रहे थे। अंततः सभी विशिष्ट अतिथियों ने सभा को संबोधित किया और शहर में परिषद् द्वारा किए जा रहे सेवा एवं विकास के कार्यों को सराहा भी। मुख्य अतिथि ने सभी कार्यों के लिए अपना भरपूर साथ देने का वायदा किया तो कार्यक्रम अध्यक्ष ने नयी युवा टीम को बधाई देने के साथ साथ कुछ नया कर के दिखाने को कहा। अंत में नवनिर्वाचित सचिव श्री अजय सिंगला ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ और उसके बाद प्रीतिभोज ले कर सब अपने अपने स्थान को कुछ नयी आशाएं और नयी उम्मीद ले कर प्रस्थान कर गए।