झलकियाँ

आगामी कार्यक्रम:

रविवार, 21 जून 2009

सामान्य सभा का आयोजन

नयी कार्यकारिणी की प्रथम सामान्य सभा का बहुत ही बेहतरीन ढंग से शानदार आयोजन 20 जून को अग्रवाल धर्मशाला में हुआ। इस बार पहले से ही सभी को एजेंडा दे दिया गया था। मीटिंग के लिए ख़ास तौर पर एक मंच और लेक्चेर स्टैंड लगाया गया था। एक चीज़ जो बेहतर हो सकती थी, वो थी सदस्यों की उपस्थिति और समय की पाबन्दी। कार्यकारिणी इसे नियंत्रित करने के नए तरीके खोज रही है।

सभा के मुख्य बिन्दु:
1. सभा की शुरुआत श्री हुतेश सेठी ने मंच सज्जा के साथ की. उन्होंने राष्ट्रिय गीत की रीत को निभाया और मंच सचिव अजय सिंगला के सुपुर्द कर दिया.
2. अजय सिंगला ने सर्वप्रथम आए हुए सभी मेहमानों का स्वागत किया और अपने कीमती समय में से वक्त निकलने के लिए धन्यवाद किया.
3. मीटिंग में ख़ास बात श्री राजेश गर्ग की उपस्थिति थी जो इस बार शाखा की और से नहीं अपितु प्रांतीय कार्यकारिणी के सदस्य के तौर पर आए थे. प्रांतीय कार्यकारिणी में उनके साथ डॉक्टर मुकेश अग्रवाल ने भी जगह पाई और इनकी इस उपलब्धि पर हमें नाज़ है.
4. इसके बाद निवतॅमान कोषाध्यक्ष श्री विजय गर्ग ने पिछले वर्श का लेखा जोखा प्रस्तुत किया और लेखा से सम्बंधित सवालों का जवाब श्री राजेश गर्ग ने दिया. पहली बार किसी ने परिषद् का लेखा-जोखा इस प्रकार व्यवस्थित ढंग से प्रस्तुत किया है और सभी ने श्री विजय गर्ग की इस प्रयास के लिए सराहना की.
5. नए सदस्यों ने परिषद् में सदस्यता की शपथ ग्रहण की.
6. परिषद् ने कारगिल विजय दिवस को वीर स्मृति दिवस के रूप मनाने के कार्यकारिणी के फैसले को खुली सभा में विचार के लिए रखा और इसे सर्वसम्मति से मान लिया गया. श्री हरीश मिगलानी ने आगे आ कर ख़ुद इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी उठाने की इच्छा ज़ाहिर की और यह भी कहा की वोह इस कार्यक्रम के लिए अर्थ की व्यवस्था भी परिषद् के बाहर से ही करेंगे.
7. टूर को लेकर बहुत हंगामा हुआ. कोई अकेले जाने को कह रहा था और कोई सपरिवार। पूरी प्रक्रिया किसी निर्णय पर नही पहुँच रही थी तब श्री इश्वर गर्ग जी ने आगे आकर इस पूरे प्रकल्प की ज़िम्मेदारी उठाई और कहा की वोह सब प्रबंध कर लेंगे.
8. सभी एजेंडा की बातें पूरी होने पर सब ने हलकी फुल्की बातें की और भोजन ग्रहण कर के घर को चल दिए.