पूर्व अध्यक्ष श्री विनोद गुप्ता जी ने उन्हें ज़मीन से जुडा नेता बताया। श्री सुभाष गुप्ता जी ने कहा कि उनके नेतृत्व में में न केवल देश ने खाद्य संकट का जम कर मुकाबला किया अपितु उन्होंने अपने अदम्य साहस से एक युद्ध में भी विजय हासिल की।
आज मितव्ययता कुछ नेताओं के लिए मंदी जनित मजबूरी हो सकती है परन्तु शास्त्री जी ने उसी जीवन शैली को आधार बना कर अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। इस पुनीत सभा में अध्यक्ष नरेन्द्र चावला, सचिव अजय सिंगला, हुतेश सेठी, विजय गर्ग, अरुण अग्रवाल, पंकज जग्गा, पंडित अनिल शास्त्री और सेंटर संचालक मंगल सिंह उपस्थित थे।