यह दिन उस व्यक्तित्व को श्रद्धांजली अर्पित करने का था जिसने भारतीयता और हिंदुत्व की धारा को सम्पूर्ण विश्व
में प्रवाहित किया। पहली बार आधुनिक विश्व भारत के दर्शन और ज्ञान को इतनी गहराई से समझ रहा था और यह सब संभव हो रहा था एक महान संत के प्रयासों से। भारत विकास परिषद् भी उनमे अपना आदर्श देखता है और उनकी शिक्षाओं को प्रतिस्थापित करने का प्रयत्न भी। और वो थे पूज्य स्वामी विवेकानंद जी।
4 जुलाई को उनके महाप्रयाण दिवस पर शाखा ने एक पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित किया जिसमे बहुत से सदस्यों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. अध्यक्ष नरेन्द्र चावला और सचिव अजय सिंगला ने स्वामीजी को शब्द-सुमन अप्रित किए. मुकेश जी उनके जीवन से जुड़ी बहुत सी घटनाओं से सबको रूबरू करवाया और उनके वेदांत विषय पर अपने विचार भी रखे. अन्ये सदस्यों ने भी स्वामी जी को आदरांजलि दी.
इस अवसर पर नरेन्द्र चावला, अजय सिंगला, मोहिंदर सोनी, नीरज कुमार, पुरुषोत्तम सेठी, राजेश जैन, राजेश गर्ग, विजय गर्ग, दीपक मित्तल, चाँद पहल, विकास जैन, प्रवीण सिंगला, मुकेश अग्गार्वल, सुरेंदर शर्मा और गुलशन मदान उपस्थित थे.
में प्रवाहित किया। पहली बार आधुनिक विश्व भारत के दर्शन और ज्ञान को इतनी गहराई से समझ रहा था और यह सब संभव हो रहा था एक महान संत के प्रयासों से। भारत विकास परिषद् भी उनमे अपना आदर्श देखता है और उनकी शिक्षाओं को प्रतिस्थापित करने का प्रयत्न भी। और वो थे पूज्य स्वामी विवेकानंद जी।4 जुलाई को उनके महाप्रयाण दिवस पर शाखा ने एक पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित किया जिसमे बहुत से सदस्यों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. अध्यक्ष नरेन्द्र चावला और सचिव अजय सिंगला ने स्वामीजी को शब्द-सुमन अप्रित किए. मुकेश जी उनके जीवन से जुड़ी बहुत सी घटनाओं से सबको रूबरू करवाया और उनके वेदांत विषय पर अपने विचार भी रखे. अन्ये सदस्यों ने भी स्वामी जी को आदरांजलि दी.
इस अवसर पर नरेन्द्र चावला, अजय सिंगला, मोहिंदर सोनी, नीरज कुमार, पुरुषोत्तम सेठी, राजेश जैन, राजेश गर्ग, विजय गर्ग, दीपक मित्तल, चाँद पहल, विकास जैन, प्रवीण सिंगला, मुकेश अग्गार्वल, सुरेंदर शर्मा और गुलशन मदान उपस्थित थे.