यह आलौकिक घटना जो 360 साल के बाद घटित हो रही थी, और जो आज के बाद 124 साल के बाद घटने वाली थी, वो थी इस सदी का सबसे लंबा सूर्यग्रहण। 360 साल पहले यह घटना अन्धविश्वास और चमत्कार की कथायों के आवरण में होगी परन्तु इस बार विज्ञान ने बहुत से अनसुलझे रहस्य उजागर कर दिए हैं।
भारत विकास परिषद् घरौंडा ने भी पूर्ण सूर्यग्रहण के दृश्यों के नजारों को सुरक्षित तरीके से शहरवासियों को रु-बा-रु कराया। इस कार्य के लिए दर्पण प्रतिबिम्ब तथा वेल्डिंग ग्लास विधि का इस्तेमाल किया गया। परिषद् सदस्यों के अतिरिक्त अन्य नागरिकों ने भी प्रकृति के इस अद्भुत नजारे को निहारा।
भारत विकास परिषद् घरौंडा ने भी पूर्ण सूर्यग्रहण के दृश्यों के नजारों को सुरक्षित तरीके से शहरवासियों को रु-बा-रु कराया। इस कार्य के लिए दर्पण प्रतिबिम्ब तथा वेल्डिंग ग्लास विधि का इस्तेमाल किया गया। परिषद् सदस्यों के अतिरिक्त अन्य नागरिकों ने भी प्रकृति के इस अद्भुत नजारे को निहारा।