१० अगस्त 2009,
हम बहुत बार समाज की समस्याओं को लेकर सरकार को जीभर कर कोसते हैं परन्तु करते क्या हैं?
घरौंडा में बस ठहराव की गंभीर समस्या है. कभी बस निर्धारित स्थान से आगे रूकती हैं, कभी पीछे रूकती हैं, ज्यादातर तो रूकती ही नहीं हैं. सर्दी, गर्मी, बरसात, आंधी जो मर्ज़ी हो, शहरवासी हर मौसम को सहने को मजबूर हैं; वो भी तब जब हर २-३ मिनट पर एक बस सड़क पर से गुजरती है.
इसी समस्या के प्रति समाज को जागरूक करने हेतु और प्रशासन को इससे परिचित करवाने हेतु शाखा ने एक हस्ताक्षर अभियान चलाया. बस स्टाप पर आने जाने वाले दैनिक यात्रियों से उनकी समस्या पर हस्ताक्षर करवाए गए. बैनर पर शहर के गणमान्य व्यक्तियों के हस्ताक्षर लिए गए. शहर की संस्थायों ने अभियान में पूर्ण सहयोग किया और इस अभियान की सराहना भी हुई.
मुख्य रूप से हजकां नेता श्री हरविन्द्र कल्याण, श्री जयपाल शर्मा, एम् एल ऐ घरौंडा श्रीमती रेखा राणा, जे सी आई अध्यक्ष, ट्रांसपोर्ट यूनियन अध्यक्ष, राष्ट्रकवि श्री सुभाष शर्मा इत्यादि ने हस्ताक्षर कर अपना समर्थन अभियान में दिया.
परिषद् की आगे की योजना यह हस्ताक्षर किया हुआ ज्ञापन डी सी तक पहुंचाने की है.
कार्यक्रम के प्रकल्प प्रमुख रहे, श्री प्रवीण सिंगला जी और उन्हें सहयोग मिला श्री नरेश मुखीजा का.
हम बहुत बार समाज की समस्याओं को लेकर सरकार को जीभर कर कोसते हैं परन्तु करते क्या हैं?
घरौंडा में बस ठहराव की गंभीर समस्या है. कभी बस निर्धारित स्थान से आगे रूकती हैं, कभी पीछे रूकती हैं, ज्यादातर तो रूकती ही नहीं हैं. सर्दी, गर्मी, बरसात, आंधी जो मर्ज़ी हो, शहरवासी हर मौसम को सहने को मजबूर हैं; वो भी तब जब हर २-३ मिनट पर एक बस सड़क पर से गुजरती है.
इसी समस्या के प्रति समाज को जागरूक करने हेतु और प्रशासन को इससे परिचित करवाने हेतु शाखा ने एक हस्ताक्षर अभियान चलाया. बस स्टाप पर आने जाने वाले दैनिक यात्रियों से उनकी समस्या पर हस्ताक्षर करवाए गए. बैनर पर शहर के गणमान्य व्यक्तियों के हस्ताक्षर लिए गए. शहर की संस्थायों ने अभियान में पूर्ण सहयोग किया और इस अभियान की सराहना भी हुई.
मुख्य रूप से हजकां नेता श्री हरविन्द्र कल्याण, श्री जयपाल शर्मा, एम् एल ऐ घरौंडा श्रीमती रेखा राणा, जे सी आई अध्यक्ष, ट्रांसपोर्ट यूनियन अध्यक्ष, राष्ट्रकवि श्री सुभाष शर्मा इत्यादि ने हस्ताक्षर कर अपना समर्थन अभियान में दिया.
परिषद् की आगे की योजना यह हस्ताक्षर किया हुआ ज्ञापन डी सी तक पहुंचाने की है.
कार्यक्रम के प्रकल्प प्रमुख रहे, श्री प्रवीण सिंगला जी और उन्हें सहयोग मिला श्री नरेश मुखीजा का.